वह कौन-सी घटना थी जिसके बारे में सुनने पर लेखिका को न अपनी आँखों पर विश्वास हो पाया और न अपने कानों पर?
वह घटना कुछ इस प्रकार है-एक बार कॉलेज से प्रिंसिपल का पत्र आया उसमें लिखा था की लेखिका के पिताजी आकर मिले और बताए की लेखिका की गतिविधियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए या नहीं। यह पत्र पढ़कर लेखिका के पिताजी बेहद गुस्सा हुए इससे लेखिका भयभीत हो गयी थी परन्तु जब पिताजी को पूरी बात का पता चला कि सभी लड़कियाँ लेखिका की बात का बहुत सम्मान करती हैं और उनके एक इशारे पर उपस्थित हो जाती है तो उनका गुस्सा गर्व में बदल गया। इसको देखकर लेखिका को अपनी आँखों पर विश्वास न हो पाया और न अपने कानों पर।